नई दिल्ली, दिल्ली शिक्षा निदेशालय (डीओई) ने स्कूल प्रमुखों को “शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़े अल्पसंख्यकों (ईबीएम) के लिए वित्तीय सहायता” योजना के तहत वित्तीय सहायता के लिए अल्पसंख्यक छात्रों का विवरण एकत्र करने और अपलोड करने का निर्देश दिया है। डीओई के परिपत्र के अनुसार, यह जानकारी 15 दिसंबर तक ऑनलाइन छात्र मॉड्यूल में जमा की जानी चाहिए। यह योजना निर्दिष्ट पात्रता मानदंडों के आधार पर कक्षा 1 से 12 तक नामांकित मुस्लिम और बौद्ध छात्रों के लिए उपलब्ध है।
इसके अतिरिक्त, आवेदकों की वार्षिक पैतृक आय 2 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
यह योजना कक्षा एक से आठ तक के छात्रों के लिए प्रति वर्ष 500 रुपये और कक्षा नौ से बारह तक के छात्रों के लिए प्रति वर्ष 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
परिपत्र में छात्रों की पात्रता को पूरी तरह से सत्यापित करने की स्कूल प्रमुखों की जिम्मेदारी पर भी जोर दिया गया है। इसमें सटीक डेटा प्रस्तुतीकरण सुनिश्चित करने के लिए पहचान दस्तावेजों और बैंक खाते के विवरण की जांच करना शामिल है।